नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारी वेबसाइट  पर दोस्तों आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बहुत ही इंटरेस्टिंग टॉपिक के बारे में बताने वाले हैं आज हम बात करने वाले है! 



प्यार के बारे में प्यार होता क्या है इसकी परिभाषा क्या है दोस्तों एक साथ स्यास्क भाव कल भी था और आज भी है और कल भी रहेगा प्राकृतिक के कण-कण में प्रेम समाया हुआ है प्रेम की ऊर्जा से ही प्राकृतिक निरंतर पल्लवित पुष्पित और फलित होती है और युगों से चली आ रही प्रेम कहानियां आज भी बदस्तूर जारी है प्रेम की अनभूति अपने आप में बिरली अदुतिए जोड़ है! 



दोस्तो किसी से प्यार करना या होना दुनिया का सबसे खूबसूरत अहसास होता है दोस्तो आधी काल से ही संत महात्मा लेखक कवि मनोवैज्ञानिक आदि कलाकार इसकी व्याख्या करते रहे हैं यह अपनी रचना में अपने सृजन में गीत कविता कहानी कलाकृतियों में प्रेम को वयक्त करने की कोशिश करते रहे हैं लेकिन प्रेम तो अपने आप में ही अनूठा है ! 



दोस्तों प्रेम क्यों होता है कैसे होता है किससे होता है इन प्रसनो के सटीक जवाब कोई नहीं दे पाया है कभी दुनिया प्रेम करने वाले को सर आंखों पर बैठा लेती हैं तो कभी प्रेम में तलवारे खिच जाती है दोस्तो इतिहास उठाकर देख लो प्रेम कहानियां आपको ऐसी मिल जाएगी जिनमें सल्टनते दाव पर लग गई जिनमें कई राज्य और उसके लिए लाखो जाने गवाए गई यू तो प्रेम के सबके अपने अपने मायने है! 



प्रेम को लेकर सबकी अपनी अपनी सोच है माना जाता है कि प्रेम का सबंध आत्मा से होता है प्रेम में समर्पण विश्वास और वचन वाध्यता की दरगार होती है लेकिन आज समय बदल रहा है ग्लोबलाइज़ेशन ने दुनिया को मुठ्ठी में भर दिया है इस बदलते युग में प्रेम भी बदल रहा है युवक युवतियों का साथ में घूमना प्रेम का प्रदर्शन साथ में करना अब फैशन कहलाने लगा है! 



दोस्तो प्रेम में पहले वर्षों इन्तजार में गुजार दिए जाते थे लेकिन अब कोई इन्तजार में वक्त जाया नहीं करता अब प्रेम के सुरूप अस्थाईत्व और अभिव्यक्ति करने के माध्यम में बदलाव अा रहा है मोबाइल और इंटरनेट के जरिए गली मोहल्ले और परिचितों में उनके प्रेम के अवसर आज के युवाओं के लिए विश्व व्यापी हो गए हैं



आज युवाओं की सोच कुछ बदल गए हैं कुछ सामाजिक मूल्यों में बदलाव अा रहा है अब प्रेम में भी युवा बहुत प्रेक्टिकल हो चले हैं मौसम की बदलने की तरह उनकी ब्रेकअप और पेचप होते हैं वह मानते हैं बिना गर्लफ्रेंड के कॉलेज लाइफ में मज़ा नही है लेकिन शादी के लिए वह घर वालो से वेर लेने के लिए मूड में भी नहीं होते और उनकी मर्जी को प्राथमिकता देते हैं , 


 तो दोस्तो यह था कि प्रेम क्या है और आज इसकी नए परिभाषा क्या बन गए हैं